डेयरी प्लस योजना से मुर्रा भैंस खरीदने पर सरकार देगी 75% अनुदान | Madhya Pradesh Dairy Plus Yojana

मध्य प्रदेश डेयरी प्लस योजना | Madhya Pradesh Dairy Plus Yojana 2022, रजिस्ट्रेशन, ऑनलाइन आवेदन, लाभ, अधिकारिक पोर्टल, टोल फ्री नंबर (Madhya Pradesh Dairy Plus Yojana in Hindi, Online Registration, How to Apply, Benefit, Official Website, Portal, Toll free Number)

नमस्कार दोस्तों, जैसा कि आप जानते हैं कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा दुग्ध उत्पादन बढ़ाने, डेयरी क्षेत्र के रोजगार सर्जन तथा पशुपालन करने वाले किसानों के लिए मध्यप्रदेश सरकार पशुपालन, दुग्ध उत्पादन, कृषि क्षेत्रों, शिक्षा, रोजगार से संबंधित काफी योजनाएं चला रही है।

इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश अधिक से अधिक दुग्ध उत्पादन व दुधारू पशु खरीदने पर सरकार पशुपालन करने वाले किसान भाइयों को डेयरी प्लस योजना से जोड़ने के लिए सरकार द्वारा डेयरी प्लस योजना की शुरुआत की है। इस योजना के माध्यम से मुर्रा भैंस खरीद व दुधारू पशु खरीद पर सरकार द्वारा सब्सिडी प्रदान की जा रही है। मध्य प्रदेश डेयरी प्लस योजना के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें-

Dairy Plus Yojana 2022-

दोस्तों मध्य प्रदेश सरकार आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों, विद्यार्थियों, बेरोजगारों, विकलांगों, श्रमिकों व खेती करने के साथ-साथ पशुपालन करने वाले किसानों के लिए नई-नई योजनाऐं शुरू करती रहती है। श्रीमान शिवराज सिंह चौहान जी द्वारा पशुपालन करने वाले किसानों के लिए मुर्रा भैंस की खरीद पर 75% तक की सब्सिडी देने का फैसला लिया है। मध्य प्रदेश सरकार दुग्ध उत्पादन को बड़े स्तर पर लाने के लिए डेयरी प्लस योजना को शुरू कर रही है।

इस गांव से की गई योजना की शुरुआत-

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सीहोर जिले के ग्राम पंचायत तालपुरा से इस योजना की शुरुआत की है। इस योजना की शुरुआत के समय मुख्यमंत्री जी ने हितग्राहियों को दो भैंस देकर इस योजना को शुरू किया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्य प्रदेश राज्य के कुछ ही जिलों में इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरुआत किया गया है।
29 सितंबर 2022 को मुख्यमंत्री जी द्वारा सीहोर जिले के विकासखण्ड बुधनी की एक ग्राम पंचायत तालपुरा में सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने डेयरी प्लस योजना की घोषणा की थी।

डेयरी प्लस योजना के लाभ-

  • जो किसान डेयरी का व्यवसाय करना चाहते है वह किसान इस योजना के माध्यम से अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
  • आर्थिक तंगी की वजह से डेयरी पालन करने के में समस्या आ रही थी। अब इस योजना की सहायता से ग्रामीण किसान अपना व्यवसाय शुरू करके आत्मनिर्भर व सशक्त बनेगे।
  • इस योजना के माध्यम से लाभार्थियों को एक विशेष अनुदान दिया जा रहा है। इस योजना के तहत अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लोगों को 75% तथा सामान्य व पिछड़ा वर्ग के पशुपालकों को 50% तक का अनुदान दिया जाएगा।
  • अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लोगों को 62 हजार 5 सौ रुपये तथा सामान्य व पिछड़ा वर्ग के किसानों को 01 लाख 50 हजार रुपये की अनुदान राशि तय की गई है।

डेयरी प्लस योजना के मुख्य उद्देश्य-

इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि राज्य में जो किसान कृषि के साथ-साथ पशुपालन का कार्य कर रहे हैं, उन किसानों को 02 मुर्रा भैंस अनुदान पर उपलब्ध करायी जाएंगी। उपलब्ध कराई जाने वाली भैसो की कीमत 02 लाख 50 हजार रुपए आंकी गई है। साथ ही भैसौ के द्वारा किसानों को दुग्ध उत्पादन के साथ-साथ आय के नए स्रोत भी खुलेंगे। लाभार्थी की दो मुर्रा भैंसों की खरीद पर सरकार द्वारा सब्सिडी भी प्रदान की जाएगी। जो इस प्रकार है- अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के किसानों को मुर्रा भैंसों की खरीद पर 62 हजार 5 सौ रुपये और पिछड़ा वर्ग व सामान्य वर्ग के किसानों को 01 लाख 50 हजार रुपये देने का प्रावधान है।

डेयरी प्लस योजना के विशेषताएं-

  • मध्य प्रदेश राज्य के किसान जो कृषि के साथ-साथ पशुपालन का कार्य कर रहे हैं, उन किसान भाइयों को आय के नये-नये श्रोत खुलेगे।
  • कृषि करने वाले किसान भाइयों को पशुपालन करने के लिए किसी भी बैंक या अन्य लोगों से कर्ज नहीं लेना पड़ेगा। सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी की सहायता से पशुपालन का व्यवसाय कर सकेंगे
  • जो किसान दुग्ध उत्पादन का व्यवसाय करना चाहते उन किसानों को अपने ही गांव में दूध मिल सकेगा अन्य गांवों के किसानों से दूध नहीं लेना पड़ेगा।
  • अधिक दुग्ध उत्पादन से किसान तो लाभ उठा सकेंगे साथ ही शहरों में रह रहे लोगों को दूध की समस्याओं से छुटकारा मिल सकेगा।
  • पहले से पशुपालन के क्षेत्र में जुड़े किसानों को ही इस योजना का लाभ प्राप्त होगा।
  • डेयरी व्यवसाय करके किसान अच्छी आय अर्जित कर सकेंगे।

डेयरी प्लस योजना का अवलोकन-

01योजना का नाम- डेयरी प्लस योजना
02उद्देश्य- जो किसान कृषि के साथ पशुपालन का कार्य कर रहे हैं उन किसानों को दो मुर्रा भैंस अनुदान पर उपलब्ध कराई जाएंगी।
03श्रेणी- राज्य सरकार
04लाभार्थी- पहले से पशु पालन करने वाले किसान
05आवेदन प्रक्रिया- आँनलाइन या आँनलाइन
06अनुदान राशि- अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति को लोगों को 62 हजार 500 सौ रुपये सामान्य वर्ग और पिछड़ा वर्ग के किसान भाइयों को 01 लाख 50 हजार रुपये की अनुदान राशि प्रदान की जाएगी।
07लेख की भाषा- हिन्दी
08आधिकारिक वेबसाइट- Click Here
09टोल फ्री नंबर- अभी उपलब्ध नहीं
10लेख- Dharmesh Kumar

प्रमुख बिंदु

  • डेरी व्यवसाय से राज्य के किसानों की आय में वृद्धि करने तथा किसान पशुपालन से अधिक से अधिक आय अजित कर सकेंगे।
  • इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में राज्य के तीन जिलो विदिशा, रायसेन तथा सीहोर में शुरू किया गया है।
  • खेती के साथ-साथ पशुपालन कर रहे किसानों को इस योजना के तहत प्रत्येक दो मुर्रा भैसें उपलब्ध कराई जा रही है। इन भैसो की कीमत दो लाख 50 रुपए आंकी गई है, साथ ही इन भैंसों की दुग्ध उत्पादन क्षमता 10 लीटर प्रतिदिन हैं।
  • इस योजना के अनुसार सामान्य वर्ग व पिछड़ा वर्ग के पशुपालन करने बाले किसानों को 50% एवं अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के पशुपालन करने वाले किसानो को 75% तक का अनुदान सरकार द्वारा दिया जाएगा।
  • आपको बता दें इस योजना के अनुसार सामान्य वर्ग व पिछड़ा वर्ग के पशुपालन करने बाले किसानों को 65 हजार 500 सौ रुपये एवं अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के पशुपालन करने वाले किसानो को 01लाख 50 हजार रुपये तक का अनुदान सरकार द्वारा दिया जाएगा।
  • इस योजना के तहत किसान भैसो की खरीद में होने वाले खर्चे पशु बीमा, परिवहन व चारा की राशि को भी शामिल किया गया है।

मध्य प्रदेश डेयरी प्लस योजना क्या है?

मध्य प्रदेश डेयरी प्लस योजना कृषि कार्यों के साथ साथ पशुपालन करने वाले किसानों के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही एक योजना है। इस योजना के माध्यम से किसान खेती के साथ पशुपालन करके अधिक दुग्ध उत्पादन कर अधिक आय अर्जित कर सकते हैं। इस योजना को अभी पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर प्रदेश के तीन जिलो में शुरू किया गया है। जो किसान पहले से ही पशुपालन कर रहे हैं उन किसानों को इस योजना से लाभ प्राप्त होगा। जिसमें लाभार्थी को दो मुर्रा भैंस अनुदान पर उपलब्ध कराई जाएगी।

मुर्रा भैंस की खासियत-

मुर्रा भैंस आमतौर पर दुग्ध उत्पादन करने के लिए पाली जाती हैं। प्राय यह भैंस पंजाब का पशु माना जाता है। लेकिन अच्छी नस्ल के साथ अच्छा व अधिक दुग्ध उत्पादन के लिए अब दूसरे राज्यों, देशों (इटली, बुल्गेरिया, मिश्र, नेपाल) में भी पाली जाने लगी हैं। हरियाणा राज्य के मुर्रा भैंस को काला सोना के उपनाम से जाना जाता है। अधिक वसा उत्पादन के लिए मुर्रा भैंस अच्छी नस्ल मानी जाती है। मुर्रा भैंस में 7% तक वसा पायी जाती है। मुर्रा भैंस को उसके सींग और गहरे काले रंग से पहचाना जा सकता है। मुर्रा भैंस के सींग जलेबी आकार के पाये जाते है। मुर्रा भैंस की मूल उत्पत्ति हिसार से दिल्ली मानी जाती है। मुर्रा भैंस का मुंह छोटा होता है।

दिशा निर्देश-

  • इस योजना का लाभ केवल मध्य प्रदेश राज्य के निवास करने वाले किसानों को ही प्रदान किया जाएगा। अन्य राज्यों के किसान इस सुविधा का लाभ प्राप्त नहीं कर सकते है।
  • इस योजना के नियम के अनुसार गाँव में निवास करने वाले नागरिको को श्रेणी के अनुसार ही प्राथमिकता दी जायेगी।
  • जो किसान इस योजना के दिशा निर्देशों के अनुसार कार्य कर रहे हैं उन किसानों को ही इस योजना का लाभ प्राप्त होगा।
  • मुर्रा भैस की खरीद पर ही किसानों को लाभ प्राप्त कर सकेंगे। अन्य भैंस की खरीद पर किसानों को सरकार की तरफ से कोई अनुदान नहीं दिया जाएगा।
  • सरकार द्वारा दी जाने वाली राशि में पशु का बीमा, चारा, व परिवहन कि सुविधाएं शामिल होगी।

डेयरी प्लस योजना के दस्तावेज-

दोस्तों जैसा कि आप सब जानते हैं कि भारत सरकार में किसी भी योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक से कई प्रकार के सरकारी दस्तावेजों की मांग की जाती है, इसी प्रकार इस योजना का लाभ लेने के लिए निम्न दस्तावेजों का होना आवश्यक है-

01आधार कार्ड
02निवास प्रमाण पत्र
03आय प्रमाण पत्र
04आवेदक का फोटो
05बैंक पासबुक
06पैन कार्ड
07जन्म या आयु प्रमाण पत्र

डेयरी प्लस योजना मे आवेदन कैसे करें-

डेयरी प्लस योजना में आवेदन करने के लिए आपको अपने दस्तावेजों को ले जाकर जन सेवा केंद्र पर या ऊपर दी गई ऑफिसियल वेबसाइट (Official Website Link) के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

ऑनलाइन आवेदन-

सबसे पहले पात्र आवेदक जो मध्यप्रदेश डेयरी प्लस योजना की ऑफिशियल वेबसाइट पर क्लिक करना होगा। उसके बाद मुख्यमंत्री डेयरी प्लस योजना के पर क्लिक करना होगा आपके सामने एक फान खोलकर आएगा फार्म मांगी गई सभी मैं स्कूल जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़कर भरा विश्व जानकारी बनने के बाद दस्तावेजों की pdf फाइल अपलोड करें अपलोड करने के बाद आपको बर्फ मोर्चे के गलती को सुधारा जा सके करने के फॉर्म अमित के ताकि गलती को सुधारा जा सके विजय करने के बाद शाम को सबमिट करें आपका आवेदन सफलतापूर्वक सम्मेद हो जाएगा

ऑफलाइन आवेदन-

सबसे पहले आपको अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाकर मध्य प्रदेश डेरी प्लस होना का फार्म पैसे प्राप्त करवाना होगा फार्म भरने के बाद अपने दस्तावेजों कॉटेज कर बैंक मैनेजर को जमा करते हैं आगे के कार्रवाई बैंक वारा की जाएगी

सामान्यतःपूछे जाने वाले प्रश्न-

Question 1- पशुपालन क्या है?

Answer- आज के समय में पशुपालन तेरे को पता हुआ कैसा माना जा रहा है पशुपालन भी किसी के साथ लगातार कार्य करने वाला वैसा है जिससे जिसके माध्यम से कवि प्रकार के पशुओं को उनके कई प्रकार के उपाय के लिए पाला जाता है।

Question 2- पायलट प्रोजेक्ट क्या है?

Answer- पायलट प्रोजेक्ट किसी भी नए कार्य का प्रारंभिक प्रयोग होता है, किसी भी बडे कार्य को करने से पहले पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत शुरू किया जाता है। इससे यह देखा जाता है कि शुरू की जा रही योजना, परियोजना हमारे समाज में किस प्रकार से कार्य करती है। इस योजना से समाज में क्या बदलाव देखने को मिल रहे है। इस प्रकार की योजनाओं को छोटे स्तर से शुरू करके सम्पूर्ण प्रदेश में लागू कर दी जाती है।

Question 3- डेयरी प्लस योजना मध्य प्रदेश के किन तीन जनपदो में शुरु की जा रही है?

Answer- राज्य के तीन जिलो विदिशा रायसेन तथा सीहोर में शुरू किया गया है।

धन्यवाद!

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